अभी कुछ वक़्त पहले तक लगभग अजेय समझी जाने वाली पार्टी केवल २ महीने में ही अस्तित्व के लिए संघर्ष करत... अभी कुछ वक़्त पहले तक लगभग अजेय समझी जाने वाली पार्टी केवल २ महीने में ही अस्तित...
श्री कृष्ण को प्रणाम किया और आगे बढ़ने के लिए अनुरोध किया। फिर दोनों अपनी मंज़िल की और च श्री कृष्ण को प्रणाम किया और आगे बढ़ने के लिए अनुरोध किया। फिर दोनों अपनी मंज़िल क...
इसमें हर श्लोक संस्कृत में दिए हुए हैं और उसका यथारूप वर्णन है हिंदी में इसमें हर श्लोक संस्कृत में दिए हुए हैं और उसका यथारूप वर्णन है हिंदी में
लेकिन अगर में अपना चरणामृत दूंगा, तो मुझे नरक जाने जितना पाप लगेगा। लेकिन अगर में अपना चरणामृत दूंगा, तो मुझे नरक जाने जितना पाप लगेगा।
युग बदलते ही ईन्सान की सोच भी बदल जाती है । युग बदलते ही ईन्सान की सोच भी बदल जाती है ।
बच्चे आईना होते है सिर्फ प्यार की भाषा समझते हैं बच्चे आईना होते है सिर्फ प्यार की भाषा समझते हैं